NPS vs OPS vs UPS 2024: NPS और OPS से कितना अलग है UPS? देखें पूरी खबर

केंद्र सरकार ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम यानी यूपीएस को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। जानकारी के लिए बता दें कि मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई यह एक बिल्कुल नई योजना है। इस योजना को एनपीएस यानी नेशनल पेंशन स्कीम के अनुरूप लाया गया है।

इसलिए सरकारी कर्मचारी रिटायर होने के बाद में एनपीएस और यूपीएस किसी एक विकल्प के तहत पेंशन प्राप्त करेंगे। इसके लिए किसी एक ऑप्शन को कर्मचारियों के द्वारा चुना जा सकता है।

अगर आपको अभी भी एनपीएस, ओपीएस और यूपीएस के बीच का अंतर समझ नहीं आ रहा तो आज यह पोस्ट आपको काफी मदद कर सकता है।

NPS vs OPS vs UPS 2024

अभी कल शनिवार के दिन केंद्र सरकार ने सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए एक काफी बड़ा निर्णय लिया है। ‌इसके अंतर्गत सरकार ने कैबिनेट में यह फैसला लिया है कि सरकारी कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम को लागू किया जाएगा।

अब यह सरकारी कर्मचारियों के ऊपर निर्भर होगा कि वे रिटायर होने के बाद कौन सी पेंशन योजना का लाभ लेना चाहते हैं। इसके लिए कर्मचारियों को एनपीएस और यूपीएस में से किसी एक को चुनने का ऑप्शन भी दिया जाएगा।

यूनिफाइड पेंशन स्कीम

यूनिफाइड पेंशन स्कीम योजना को लागू करने की सरकार ने घोषणा की है। तो ऐसे में सभी सरकारी कर्मचारियों के मन में बार-बार सवाल आ रहा होगा कि आखिर यह योजना क्या है। तो हम बता दें कि यह एक बिल्कुल नई योजना है जिसको अगले साल में केंद्र सरकार के द्वारा 1 अप्रैल 2025 को लागू किया जाएगा।

इसके अंतर्गत सरकारी कर्मचारियों को अपनी अंत की 12 महीने की औसत बेसिक सैलरी पर 50% तक पेंशन मिलेगी। लेकिन इस नई स्कीम के माध्यम से पेंशन का लाभ केवल ऐसे सरकारी कर्मचारियों को दिया जाएगा जिन्होंने न्यूनतम 25 वर्ष तक नौकरी की होगी।

एनपीएस, ओपीएस और यूपीएस में क्या अंतर है

एनपीएस, ओपीएस और यूपीएस यह तीनों पेंशन योजनाएं सरकारी कर्मचारियों के लिए काफी लाभदायक होती हैं। ‌ लेकिन इन तीनों को एक दूसरे से यदि अलग किया जाए तो कुछ अंतर हमें देखने को मिलते हैं जैसे :-

एनपीएस योजना शेयर बाजार से लिंक है :- एनपीएस पेंशन योजना शेयर बाजार से जुड़ी हुई योजना है। इस योजना के तहत सरकारी कर्मचारियों को रिटायर होने के समय 60% तक की राशि एक साथ दे दी जाती है।

जो बाकी का 40% पैसा होता है इसे एन्यूटी के रूप में प्रदान किया जाता है। इसलिए ओल्ड पेंशन स्कीम योजना और यूपीएस पेंशन योजना एनपीएस के मुकाबले में ज्यादा सुरक्षित हैं।

सरकार का योगदान :- ओल्ड पेंशन स्कीम में सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में कटौती नहीं की जाती है। लेकिन अगर हम एनपीएस की बात करें तो इसमें सैलरी में तकरीबन 10% तक की कटौती के बाद ही पेंशन दी जाती है।

इस 10% तक की कटौती में कर्मचारियों की बेसिक सैलरी और डीए शामिल होता है। जबकि यूपीएस में अमाउंट यही रहेगा लेकिन इसमें 18.5% सरकार की ओर से भी योगदान शामिल होगा।

प्राइवेट और सरकारी कर्मचारियों को फायदा :- यूपीएस पेंशन योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों को फायदा प्रदान करेगी। एनपीएस के माध्यम से योजना का लाभ पाने के लिए सरकारी और प्राइवेट कर्मचारियों को अपना खाता शुरू करवाने का मौका दिया जाता है।

लेकिन अगर हम ओपीएस की बात करें तो इसके तहत केवल सरकारी कर्मचारियों को ही पेंशन का लाभ मिलता है।

यूपीएस में दी जाएगी निश्चित पेंशन :- यूपीएस योजना में रिटायर होने वाले कर्मचारियों को केंद्र सरकार एक निश्चित पेंशन की राशि प्रदान करेगी। इसके लिए कर्मचारी के 12 महीने के औसत वेतन का 50% दिया जाएगा।

महंगाई भत्ते के तहत फायदा :- ओल्ड पेंशन स्कीम में 6 माह के पश्चात महंगाई भत्ते को लागू किया जाता है। लेकिन एनपीएस में 6 महीने के बाद कर्मचारियों को कोई भी महंगाई भत्ता प्रदान नहीं किया जाता।

लेकिन अगर यूपीएस की बात करें तो इसमें महंगाई के आधार पर कर्मचारियों को महंगाई राहत भत्ता भी प्रदान किया जाएगा।

ग्रेच्युटी का लाभ :- यूपीएस पेंशन स्कीम योजना के तहत केंद्रीय कर्मचारियों को ग्रेच्युटी के अलावा रिटायरमेंट के समय एकमुश्त राशि भी दी जाएगी।

लेकिन ओपीएस में सेवानिवृत्ति के पश्चात 20 लाख रुपए तक की ग्रेच्युटी प्रदान की जाती है। पर अगर हम एनपीएस की बात करें तो रिटायरमेंट के समय पर ग्रेच्युटी का प्रावधान अस्थाई होता है।

एनपीएस और यूपीएस में अंतर

  • सरकारी कर्मचारी यूपीएस और एनपीएस में से किसी एक पेंशन योजना को चुन सकते हैं। एक बार आप जिस पेंशन योजना को चुन लेंगे फिर इसे बदल नहीं सकेंगे।
  • यूपीएस पेंशन का लाभ केवल सरकारी कर्मचारियों को ही दिया जाएगा। जबकि एनपीएस के अंतर्गत दो अकाउंट खोले जा सकते हैं और इनमें निवेश भी किया जा सकता है।
  • जहां यूपीएस एक पूरी तरह से निश्चित पेंशन योजना है जिसमें परिवार को भी पेंशन मिलेगी तो वहीं एनपीएस में ऐसा कुछ भी नहीं है।
  • यूपीएस एक काफी सुरक्षित पेंशन स्कीम है जबकि एनपीएस को शेयर मार्केट से लिंक किया गया है जो सुरक्षित नहीं है।
  • एनपीएस में कर्मचारियों के वेतन में 10% तक की कटौती की जाती है। हालांकि यूपीएस में भी यह कटौती होगी लेकिन इसमें 18.5% सरकार भी अपना योगदान करेगी।

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